तेरी गुलाबी हथेलियों की मेरे सपनो में एक छाप सी ठहरी हैं,
तेरी हर एक आहट से मेरी सांस सी ठहरी है,
तेरी हर एक आहट से मेरी सांस सी ठहरी है,
तेरी बंद अखियों को देख एक आस सी ठहरी हैं,
आ अब आ के जगा जा ठहरी हुई उस बात को जो तेरी आवज़ से ठहरी हुई हैं।
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