POETRY SKY
Monday, May 9, 2011
"तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो बंधू च सखा तुम्ही हो ! "
तू ही मेरी कट्टी तू ही मेरी बट्टी
तू ही डांट हैं तू ही प्यार हैं,
तू ही हिम्मत हैं तू ही मेरी कमजोरी,
तुझ में ही मेरे प्रभु का आकार हैं .
तुझ बिन मैं अकेली ...
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